BCCI :- BCCI ने बनाए खिलाड़ियों के लिए ये सख्त 10 नियम।

A S
5 Min Read

BCCI :- BCCI ने बनाए खिलाड़ियों के लिए ये सख्त 10 नियम।

 

न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज़ में 3-0 से और ऑस्ट्रेलिया में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ में 1-3 से हार के बाद बीसीसीआई ने टीम इंडिया में अनुशासन और एकजुटता बढ़ाने के लिए एक 10-सूत्रीय नीति जारी की है। इस नीति का उद्देश्य खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार और टीम की संरचना को मजबूत करना है। नए दिशानिर्देशों के पालन न करने पर सख्त दंडात्मक प्रावधान भी रखे गए हैं। आइए जानिए इन नए नियमों को विस्तार से ।

 

8th Pay Commission :- जानिए कितनी बढ़ेगी 8th Pay Commission के बाद आप की तनख्वाह।

1. घरेलू क्रिकेट में खेलना अनिवार्य

बीसीसीआई के नए दिशानिर्देशों के अनुसार, नेशनल टीम में चयन और केंद्रीय अनुबंध के योग्य बने रहने के लिए खिलाड़ियों को घरेलू मैचों में भाग लेना अनिवार्य है। इससे घरेलू क्रिकेट तंत्र मजबूत होगा और उभरते खिलाड़ियों को शीर्ष क्रिकेटरों के साथ प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा।

2. दौरे पर परिवार और निजी स्टाफ की मौजूदगी पर पाबंदी

विदेशी दौरों के दौरान खिलाड़ियों के साथ परिवारों के रहने के लिए केवल दो सप्ताह की अवधि को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा निजी स्टाफ और व्यावसायिक फोटो शूट पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। खिलाड़ियों को दौरे के दौरान अलग से यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी।

3. बैगेज को लेकर नया नियम

खिलाड़ियों के बैगेज को सीमित कर दिया गया है। घरेलू और विदेशी दौरे के लिए नियम अलग-अलग होंगे। तय सीमा से अधिक बैग लेकर चलने पर भुगतान खिलाड़ी को स्वयं करना होगा।

खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के बैगेज की सीमाएं निर्धारित की गई हैं

  • लंबे समय के विदेशी दौरे (30 दिन से अधिक):
    • खिलाड़ी: 5 बैग, 3 सूटकेस + 2 किट बैग (कुल 150 किलोग्राम)
    • सपोर्ट स्टाफ: 2 बैग, 2 सूटकेस + 1 छोटा सूटकेस (कुल 80 किलोग्राम)
  • छोटे समय के विदेशी दौरे (30 दिन से कम):
    • खिलाड़ी: 4 बैग, 2 सूटकेस + 2 किट बैग (कुल 120 किलोग्राम)
    • सपोर्ट स्टाफ: 2 बैग, 2 सूटकेस (कुल 60 किलोग्राम)
  • घरेलू सीरीज:
    • खिलाड़ी: 4 बैग, 2 सूटकेस + 2 किट बैग (कुल 120 किलोग्राम)
    • सपोर्ट स्टाफ: 2 सूटकेस (कुल 60 किलोग्राम)

4. व्यक्तिगत स्टाफ पर प्रतिबंध

बीसीसीआई ने किसी दौरे या सीरीज के लिए खिलाड़ियों या टीम स्टाफ के किसी भी सदस्य के व्यक्तिगत स्टाफ (जैसे, व्यक्तिगत मैनेजर, शेफ, सहायक और सुरक्षा) पर बैन कर दिया है। इससे टीम ऑपरेशन पर फोकस बना रहेगा और लॉजिस्टिक चुनौतियों को कम किया जाएगा।

5. अभ्यास सत्र में सहभागिता

सभी खिलाड़ियों को निर्धारित प्रैक्टिस सेशन के पूरे समय के लिए रुकना होगा और वेन्यू पर पहुंचने और वहां से निकलने के दौरान एक साथ रहना होगा। इससे टीम के अंदर एक मजबूत कार्य नीति को बढ़ावा मिलेगा।

6. व्यक्तिगत विज्ञापन पर प्रतिबंध

कोई भी खिलाड़ी किसी सीरीज या टूर के दौरान किसी भी शूट या विज्ञापन में शामिल नहीं हो पाएगा। इससे ध्यान भटकाने से बचा जा सकेगा और खिलाड़ियों का ध्यान क्रिकेट और टीम की जिम्मेदारियों पर बना रहेगा।

7. फैमिली ट्रेवल नीति

खिलाड़ियों के फैमिली मेंबर को दौरे पर साथ रखने के लिए एक नई पॉलिसि बनाई गई है। अगर कोई खिलाड़ी भारत से बाहर रहता है – 45 दिन या अधिक समय तक, तो खिलाड़ी एक बार- दो सप्ताह के लिए अपने परिजनों के साथ रह सकता है।

8. बीसीसीआई की शूटिंग और समारोहों में भाग लेना

खिलाड़ियों को बीसीसीआई की आधिकारिक शूटिंग, प्रचार गतिविधियों और कार्यों के लिए उपलब्ध रहना आवश्यक बताया गया है। इससे स्टेकहोल्डर के प्रति प्रतिबद्धताओं को बनाए रखने और खेल को प्रभावी ढंग से बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।

9. जल्दी नहीं लौट पाएंगे खिलाड़ी

बीसीसीआई ने अब खिलाड़ियों को सीरीज या दौरे के निर्धारित अंत तक टीम के साथ रहना आवश्यक बना दिया है, भले ही मैच शेड्यूल से पहले समाप्त हो। इससे खिलाड़ियों के बीच एकता सुनिश्चित होगी और टीम बॉन्डिंग बढ़ेगी।

10. अन्य नियम

सेंटर ऑफ एक्सीलेंस पर अलग से बैग भेजने को लेकर बोर्ड ने नया नियम बनाया है कि खिलाड़ियों को अब अपने उपकरण और व्यक्तिगत वस्तुओं को बेंगलुरू भेजने के लिए टीम मैनेजमेंट से समन्वय बनाना होगा। किसी अलग व्यवस्थाओं के कारण आने वाले अतिरिक्त खर्च खिलाड़ी से लिए जाएंगे।

बीसीसीआई की इस नई नीति का उद्देश्य टीम में अनुशासन और एकजुटता बढ़ाना है, जिससे भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जा सके।


Share this Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version