देश की राजधानी दिल्ली में आज और कल 9 और 10 सितम्बर को G20 का सम्मेलन सुरु हो गया है इस सम्मेलन में करीब 40 देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हो रहे है और कई वैश्विक संघटन से जुड़े अधिकारी भी दिल्ली आएंगे जिन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी शामिल है,
क्या है G20 का सम्मेलन ?
G20 का सम्मेलन की सुरुवात 1999 में हुई उस समय एशिया के देश वित्तीय संकट से गुजर रहे थे तब इस संघटन को बनाया गया जिस से की इन देशो को इस संकट से उबारा जाय सुरुवात में वित्त मंत्री और बैंको के अधिकारी इस ग्रुप का सदस्य होते थे लेकिन बाद में इस सम्मेलन की सफलता के बाद में साल 2008 में इस का विस्तार कर के राष्ट्र राष्ट्र प्रमुख को भी इस में शामिल कर दिया गया और आर्थिक नीतियों के साथ साथ और भी मुद्दों पर चर्चा होने लगी और अगर वर्तमान समय की बात करें तो दुनिया की 80% GDP इन्हीं ग्रुप देशों से आती है,
भारत को इस सम्मेलन से क्या फयदा होगा ?
2023 में जब यह सम्मेलन भारत में हो रही है तो दुनिया कई मुद्दों पर अलग अलग बटी हुई है जहाँ रूस और यूक्रेन आपस में लड़ाई कर रहे है तो यूक्रेन की मदद को ले कर रूस अमेरिका से नाराज़ हो रखा है और वही चीन और अमेरिका के बीच भी शीत युद्ध चल रहा है और वही भारत भी चीन के साथ अपने सीमा रेखा वाले मुद्दे को सुलझाने में लगा हुआ है रूस और यूक्रेन की लड़ाई के बाद से ही भारत की विदेश नीति पूरी दुनिया में काफी चर्चा में है और इस के बाद भारत चल रहे G20 सम्मेलन में इन मुद्दों पर भारत का क्या रुख रहता है यह भी पता चलेगा इसी लिए इस G20 सम्मेलन को सफल बनाने के लिए प्रधानमंत्री पूरा जोर लगा रहे है,